भारतीय और विश्व इतिहास में 8 दिसंबर को विभिन्न कारणों से मनाया, मनाया और याद किया जाता है। 8 दिसंबर बालाजी बाजीराव, नारायण शास्त्री मराठे, बालकृष्ण शर्मा नवीन और उदय शंकर की जयंती है ।
8 दिसंबर को भाई परमानंद और रमाशंकर यादव की पुण्य तिथि के रूप में भी मनाया जाता है ।
जन्म वर्षगांठ
भारतीय इतिहास में 8 दिसंबर को निम्नलिखित हस्तियों की जयंती के रूप में मनाया जाता है:
बालाजी बाजीराव (8 दिसम्बर 1721 – 23 जून 1761), बाजीराव प्रथम के सबसे बड़े पुत्र थे। पिता की मृत्यु के बाद वे पेशवा बने। बालाजी विश्वनाथ के समय में ही पेशवा का पद पैतृक हो गया था। 1750 ई. में 'सांगोली संधि' के बाद पेशवा के हाथ में सारे अधिकार सुरक्षित हो गए। अब 'छत्रपति' (राजा का पद) दिखावा मात्र रह गया था। बालाजी बाजीराव ने मराठा शक्ति का विस्तार उत्तर और दक्षिण भारत दोनों में किया। इस प्रकार उस दौरान कटक से लेकर अटक तक मराठा दुदुंभी बजने लगी। मालवा और बुंदेलखंड में मराठों का अधिकार कायम रखते हुए बालाजी ने तंजौर क्षेत्र भी जीत लिया । बालाजी बाजीराव ने हैदराबाद के निजाम को एक युद्ध में हराकर 1752 ई. में 'भालकी की संधि' की, जिसके तहत निजाम ने बरार का आधा हिस्सा मराठों को दे दिया। बंगाल पर आक्रमण के परिणामस्वरूप अलीवर्दी खान को उड़ीसा छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा और उसे बंगाल और बिहार से चौथ के रूप में 12 लाख रुपये का वार्षिक भुगतान स्वीकार करना पड़ा। 1760 ई. में उदगिरि के युद्ध में निज़ाम को करारी हार का सामना करना पड़ा। उनका जन्म 8 दिसंबर 1721 को हुआ था।
नारायण शास्त्री मराठे (8 दिसंबर 1877 - 18 मार्च 1956), एक प्रसिद्ध मराठी विद्वान थे। नारायण शास्त्री ने संस्कृत भाषा और धर्मशास्त्रों का अध्ययन करने के लिए घर छोड़ दिया था। उनका जन्म 8 दिसंबर 1877 को हुआ था।
बालकृष्ण शर्मा नवीन (8 दिसम्बर 1897 – 29 अप्रैल 1960) हिन्दी जगत के कवि, गद्यकार एवं अद्वितीय वक्ता थे । उनका जन्म 8 दिसम्बर 1897 को हुआ था।
उदय शंकर (8 दिसम्बर 1900 – 26 सितम्बर 1977) एक भारतीय नर्तक, कोरियोग्राफर और बैले निर्माता थे। उन्हें भारत में 'आधुनिक नृत्य के जनक' के रूप में भी जाना जाता है। उदय शंकर ने यूरोप और अमेरिका को भारतीय नृत्य और संस्कृति से परिचित कराया और भारतीय नृत्य को विश्व मानचित्र पर प्रभावी रूप से स्थापित किया। उन्होंने तांडव नृत्य, शिव-पार्वती, लंका दहन, जीवन की लय, श्रम और यंत्र, रामलीला और भगवान बुद्ध नामक नए नृत्यों की रचना की। वर्ष 1971 में भारत सरकार ने उन्हें 'पद्म विभूषण' और वर्ष 1975 में विश्वभारती 'देशिकोत्तम सम्मान' से सम्मानित किया । उनका जन्म 8 दिसम्बर 1900 को हुआ था।
पुण्यतिथि
भारतीय इतिहास में 8 दिसंबर को निम्नलिखित हस्तियों की पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है:
भाई परमानंद ( 4 नवम्बर 1876 - 8 दिसम्बर 1947) भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी थे। वे बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी तथा महापुरुष थे। जहाँ एक ओर परमानंद जी आर्य समाज तथा वैदिक धर्म के सच्चे प्रचारक थे, वहीं दूसरी ओर उन्होंने इतिहासकार, साहित्यकार तथा प्रसिद्ध शिक्षाविद् के रूप में ख्याति अर्जित की थी। भारत की स्वतंत्रता में मुख्य भूमिका निभाने वाले सरदार भगत सिंह, सुखदेव, रामप्रसाद बिस्मिल तथा करतार सिंह जैसे अनेक देशभक्त युवकों को उनसे प्रेरणा मिली। 8 दिसम्बर 1947 को उनका निधन हो गया।
रमाशंकर यादव ( 3 दिसंबर 1957 - 8 दिसंबर 2015 ), जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों के बीच एक लोकप्रिय कवि हैं। नितिन पमनानी ने विद्रोही जी (मैं आपका कवि हूँ) के जीवन संघर्ष पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री हिंदी और भोजपुरी में बनाई है। इस डॉक्यूमेंट्री को मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री का गोल्डन कोंच पुरस्कार मिला था। 8 दिसंबर 2015 को उनका निधन हो गया ।
भारतीय एवं विश्व इतिहास में 8 दिसंबर की उल्लेखनीय घटनाएं
8 दिसम्बर 1931 - गर्ट्रूड जेकेल बागवानी और उद्यान डिजाइन की दुनिया में एक अग्रणी हस्ती थीं, जो ब्रिटेन में कला और शिल्प आंदोलन के दौरान अपने प्रभावशाली कार्य के लिए प्रसिद्ध थीं।
8 दिसम्बर 1963 – चिली की राजधानी सैंटियागो में एक जेसुइट चर्च में आग लगने से ढाई हजार लोगों की मौत हो गई।
8 दिसम्बर 1881 – यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में एक थिएटर में आग लगने से 800 से अधिक लोग मारे गये।
8 दिसम्बर 1923 – जर्मनी और अमेरिका के बीच मैत्री संधि पर हस्ताक्षर किये गये।
8 दिसम्बर 1941 – अमेरिका और ब्रिटेन ने जापान के विरुद्ध युद्ध की घोषणा की।
8 दिसम्बर 1945 – आयरिश उपन्यासकार और बुकर पुरस्कार विजेता जॉन बैनविले का जन्म हुआ।
8 दिसम्बर 1954 - फ्रांसीसी फोटोग्राफर, लेखक और प्रदर्शन कलाकार क्लाउड काहुन (जन्म 1894 में लुसी श्वोब के रूप में) का निधन हुआ।
8 दिसम्बर 1956 – ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में 16वें ओलंपिक खेल संपन्न हुए।
8 दिसम्बर 1976 – अमेरिका ने नेवादा में परमाणु परीक्षण किया।
8 दिसम्बर 1980 – संगीत बैंड बीटल्स के सदस्य जॉन लेनन को उसी दिन उनके न्यूयॉर्क अपार्टमेंट के बाहर एक अज्ञात बंदूकधारी ने गोली मार दी।
8 दिसम्बर 1983 – ब्रिटिश उच्च सदन, हाउस ऑफ लॉर्ड्स ने सदन की कार्यवाही का सीधा प्रसारण करने के लिए मतदान किया।
8 दिसम्बर 1987 – विश्व की दो महाशक्तियों अमेरिका और सोवियत संघ के नेताओं ने पहली ऐसी संधि पर हस्ताक्षर किये, जिसमें भूमि आधारित परमाणु हथियारों के भंडार को कम करने का प्रावधान था।
8 दिसम्बर 1994 – ब्राज़ील के संगीतकार, पियानोवादक, गिटारवादक और गीतकार टॉम जोबिम का निधन हुआ।
8 दिसम्बर 1998 – पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल ह्यूगो चावेज़ वेनेजुएला के नए राष्ट्रपति बने।
8 दिसंबर 1998 - ओलंपिक इतिहास में पहली बार महिला आइस हॉकी को शामिल किया गया। पहले मैच में फिनलैंड ने स्वीडन को 6-0 से हराया।
8 दिसम्बर 2000 – ब्रिटेन और रूस के बीच रक्षा समझौता सम्पन्न हुआ तथा फ्रांसीसी वैज्ञानिकों ने अल्ज़ाइमर के लिए एक नया उपचार ‘गोलनेटामाइन’ खोजा।
8 दिसम्बर 2002 - भारत के पारंपरिक जैव समृद्ध नीम, हल्दी और जामुन के बाद, गोमूत्र को संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा पेटेंट कराया गया।
8 दिसंबर 2003- वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान की मुख्यमंत्री बनीं।
8 दिसंबर 2003 - उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं।
8 दिसम्बर 2005 – रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने एक अतिरिक्त प्रतीक के रूप में सफेद पृष्ठभूमि पर लाल हीरे के आकार के क्रिस्टल को स्वीकार किया।
8 दिसम्बर 2007 – अमेरिका के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना और नाटो बलों ने दक्षिणी अफ़गानिस्तान के मूसा काला जिले में तालिबान आतंकवादियों पर हमले शुरू किये।
8 दिसंबर का ऐतिहासिक महत्व
8 दिसंबर कई महत्वपूर्ण घटनाओं के कारण ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है। सबसे उल्लेखनीय घटनाओं में से एक 1941 में पर्ल हार्बर पर हमला है, जिसके कारण संयुक्त राज्य अमेरिका द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल हो गया। इंपीरियल जापानी नौसेना द्वारा किए गए इस आश्चर्यजनक सैन्य हमले ने अमेरिकी प्रशांत बेड़े को भारी नुकसान पहुंचाया और युद्ध में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। इसके अतिरिक्त, 1980 में, पूर्व बीटल जॉन लेनन की न्यूयॉर्क शहर में दुखद हत्या कर दी गई, जिसने संगीत और संस्कृति की दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी। इसके अलावा, 8 दिसंबर वह दिन है जब संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवाद के पीड़ितों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्मरण और श्रद्धांजलि दिवस की स्थापना की, जो दुनिया भर में आतंकवादी कृत्यों के पीड़ितों और बचे लोगों को पहचानता और सम्मानित करता है। ये घटनाएँ 8 दिसंबर के विविध ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करती हैं।
इतिहास में 8 दिसंबर के महत्वपूर्ण दिन
निष्कलंक गर्भाधान का पर्व: यह एक ईसाई पर्व है जो धन्य वर्जिन मैरी के निष्कलंक गर्भाधान में विश्वास का उत्सव मनाता है।
राष्ट्रीय ब्राउनी दिवस: यह दिन ब्राउनी नामक स्वादिष्ट चॉकलेटी व्यंजन के उत्सव को समर्पित है।
समय यात्री बनने का नाटक करें दिवस: एक मजेदार और कल्पनाशील दिन, जहां लोग समय यात्री बनने का नाटक करते हैं, तथा कल्पना करते हैं कि विभिन्न युगों में जाना कैसा होगा।